भण्डाफोर समाचार-
प्रेम सैनी की ग्राउंड रिपोर्ट-

शोहरतगढ़, सिद्धार्थनगर । इस समाचार के साथ प्रकाशित पुल का फोटो देखें, जिसे देखते ही पुल के रिमॉडलिंग में हुए गोल-माल की कहानी आपके समझ में आ जाएगी। यह पुल जनपद सिद्धार्थनगर के शोहरतगढ़ तहसील क्षेत्र अंतर्गत स्थित मोती सागर के मोती नगर का सूर्यकुड़ियां- मुसहरवां के बीच का है। बताते चलें, गत वर्ष के जून व जुलाई में सिंचाई विभाग द्वारा पुलों की रिमाडलिगं कराया गया था।

रिमांडलिंग की गुणवत्ता कितनी घटिया दर्जे की थी, स्वतः गिरे हुए पुल के रेलिंग को देखने से ही अंदाजा लग जाता है। वैसे तो सिंचाई विभाग पानी में से पैसा निकालने के मामले में पहले से ही कुख्यात है । कच्चे कामों में पैसा गप करने की महारत इस विभाग के लोगों को पहले से हासिल है, रही बात पक्के कामों में सरकारी धन का चूना लगाने की तो जब- तब ऐसे पुल-पुलियों के अकारण ही क्षतिग्रस्त होने पर कराए गए पक्के कार्यों में हुयी गोल-माल का पता चलता है। ज्ञातव्य हो, भण्डाफोर ने जनपद सिद्धार्थनगर में सिंचाई विभाग द्वारा पुल-पुलियों की कराई गई रिमॉडलिंग को लेकर सवाल उठाया था। इस संबंध में भंडाफोड़ के द्वारा एक स्टोरी भी की गई थी, उसके बावजूद भी जिम्मेदारों के द्वारा गुणवत्ता विहीन स्तर की हुई रिमांडलिग के तरफ ध्यान नहीं दिया था। पुल के रेलिंग के ढ़हने पर संभव है, इस खबर के प्रकाशन के बाद जिम्मेदारों की कुंभकरणी नींद टूटे।
