भण्डाफोर ब्यूरो-
(पड़ताल भण्डाफोर की-)

- दावे अपने -अपने,एक ने कहा -वहां जो कुछ हो रहा था, उसका विरोध किया।

- दूसरे ने कहा- जो कुछ हुआ, उससे मेरा कोई सरोकार नहीं, मेरे राजनैतिक विरोधियों के द्वारा की गई सोची-समझी साजिश के तहत हुआ।लोग मेरी छवि को बिगाड़ने में लगे हुए हैं – उमेश सिंह!