भण्डाफोर ब्यूरो-
(खुनुवा,शोहरतगढ़ सिद्धार्थनगर से धर्मेंद्र चौधरी की रिपोर्ट-)
*इंडो- नेपाल सीमा पर कितने सुरक्षित हैं हम और हमारा सामान ।
*एस.एस. बी . की आंख में धूल झोंक कर कार गायब करने में चोर हुए सफल।
*जब चोर से नहीं निपट सकती एस. एस. बी. तो भला आतंकवादियों से कैसे निपटेगी?
*क्या इंडो- नेपाल सीमा पर नब्बे के दशक जैसी स्थिति लौट आई है? तब, जब कि नेपाल में मिर्जा दिलशाद बेग की चलती थी, तब लोगों के देखते – ही- देखते गाड़ियां इंडो- नेपाल सीमावर्ती क्षेत्रों से गायब करके उन्हें नेपाल में भेजवा दी जाती थीं।
*ऐसी स्थिति की गंभीरता पूर्वक जिम्मेदारों के जिम्मेदारो द्वारा समीक्षा की जानी चाहिए ,अन्यथा सूबे की मुखिया योगी जी के द्वारा किया गया दावा थोथा साबित होगा कि “अपराधी या तो अपराध करना छोड़ देंगे या फिर सुबे को छोड़कर भाग जाएगें।”