भण्डाफोर ब्यूरो –
पवन पटेल के साथ शशि यादव की रिपोर्ट –
भारत रत्न बाबा साहेब डॉ भीमराव अंबेडकर जी को उनके महापरिनिर्वाण दिवस पर बीआरसी शोहरतगढ़ पर शिक्षक एवं शिक्षिकाएं उपस्थित होकर श्रद्धा सुमन अर्पित किए। अंबेडकर जी ने सामाजिक अन्याय ,हिंसा और भेदभाव के खिलाफ एवं लोगों में समानता को लेकर जीवन भर संघर्ष करते रहे। सामाजिक छुआछूत और जातिवाद के खात्मे के लिए काफी आंदोलन किए।
उन्होंने अपना पूरा जीवन गरीबों दलितों और समाज के पिछड़े वर्गों के उत्थान के लिए न्योछावर कर दिया। अंबेडकर जी के छाया चित्र पर पुष्प अर्पित करते हुए खंड शिक्षा अधिकारी अभिमन्यु जी ने कहा कि बाबा साहेब की लड़ाई हर अंतिम पंक्ति में खड़े व्यक्ति के हितों को संरक्षित करने की थी जिसके लिए समाज में व्याप्त कुरीतियों के खिलाफ एवं एक नई विचारधारा के साथ ही गरीबों की लड़ाई संवैधानिक आधार पर लड़ी।
शिक्षक संघ के अध्यक्ष लालजी यादव ने कहा कि समाज में व्याप्त भेदभाव एवं असमानता को दूर करने में अंबेडकर जी ने योगदान दिया एवं उनके प्रयासों से समानता जैसे बिंदु को संविधान में जगह मिली। इस मौके पर राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ के अध्यक्ष मनीष सिंह, अटेवा के जिला संयोजिका कल्पना जी एवं संगठन मंत्री दधीचि कुमार, नागेंद्र, रामाश्रय लाल, तुलसीराम, कवलभान सिंह, मनोज यादव, मुस्तन शेरुलाह, प्रमोद चौधरी, विजय बहादुर, संतोष, सुनील, सुमित, प्रदीप ,धीरेंद्र, महेश नरसिंह भारद्वाज,अमरेशकुमार,प्रवीन ,संजीव, संतोष ,रविंद्र गौड़ , आदि लोग उपस्थित रहे।